दोस्तों, यदि आप UPSC CSE परीक्षा की तैयारी कर रहें हैं या करने की सोच रहे हैं और यदि आपको UPSC Syllabus की जानकारी नहीं हैं तो आपको इस लेख को पूरा पढ़ना चाहिए। इस लेख में UPSC Syllabus In Hindi (प्रारंभिक व मुख्य परीक्षा) के बारे में पूरे विस्तार से जानकारी दी गई हैं।
मैंने इस लेख में न केवल UPSC CSE के नए Syllabus के बारे में पूरी जानकारी दी हैं बल्कि उसके Exam Pattern को भी आसान भाषा में समझाया हैं ताकि आपको इस परीक्षा की सही से जानकारी हो जाये।
आप चाहे UPSC या किसी अन्य परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं तो सबसे पहले आपको उस परीक्षा के Exam Pattern और Syllabus के बारे में अच्छे से जानकारी होना बहुत ही ज्यादा जरूरी हैं। आपको UPSC CSE का पूरा सिलेबस याद होना ही चाहिए क्योंकि इससे आपको अपनी परीक्षा की रणनीति (Strategy) बनाने में आसानी होगी और आपको पढ़ते समय पता रहेगा की आपको किस Topic पर ज्यादा Focus करना हैं और किस पर कम इससे आपका Time व Energy दोनों बचेगी।
दोस्तों, यह आर्टिकल थोड़ा लंबा होने वाला हैं क्योंकि मैंने यहाँ UPSC CSE प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा के Updated सिलेबस और इस परीक्षा के अन्य पहलुओं को विस्तार से समझाने का प्रयास किया हैं, ताकि आपको UPSC Syllabus से सम्बंधित कोई अन्य लेख बार-बार न पढ़ना पड़े तो कृपया धैर्य के साथ इस आर्टिकल को पढ़े।
यदि आप UPSC Syllabus In Hindi pdf Download करना चाहते हैं तो उसका Link लेख के अंत में दिया गया हैं। Download link पर क्लिक करके आप आसानी से इस Syllabus को डाउनलोड कर सकते हो।UPSC Syllabus In Hindi |
यूपीएससी परीक्षा क्या है? - What Is UPSC In Hindi
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा भारत सरकार के सिविल सेवा पदों पर सीधी भर्ती के लिए Civil Service Examination (CSE) आयोजित की जाती हैं। सिविल सेवा परीक्षा द्वारा 3 अखिल भारतीय सेवाओं (IAS, IPS, IFoS) के साथ-साथ केंद्रीय Group-A व Group-B सेवाओं में भी भर्ती की जाती हैं। UPSC द्वारा यह परीक्षा प्रतिवर्ष आयोजित की जाती हैं, जिसमें कई लाखों विद्यार्थी शामिल होते हैं।
UPSC न केवल सिविल सेवा परीक्षा बल्कि कई अन्य राष्ट्रीय स्तर की परीक्षाएँ जैसे NDA, CDS, NA, IES आदि भी आयोजित करती हैं।
UPSC व CSE के बारे में अधिक जानने के लिए ये लेख पढ़े: UPSC व CSE क्या हैं? पूरी जानकारीUPSC CSE के अंतर्गत आने वाले पद - UPSC CSE Posts List
1. All India Civil Services |
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Indian Administrative Service (IAS) |
Indian Police Service (IPS) |
Indian Forest Service (IFoS) |
2. Group ‘A’ Civil Services |
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Indian Foreign Service (IFS)nistrative Service (IAS) |
Indian Audit and Accounts Service (IAAS) |
Indian Civil Accounts Service (ICAS) |
Indian Corporate Law Service (ICLS) |
Indian Defence Accounts Service (IDAS) |
Indian Defence Estates Service (IDES) |
Indian Information Service (IIS) |
Indian Ordnance Factories Service (IOFS) |
Indian Communication Finance Services (ICFS) |
Indian Postal Service (IPoS) |
Indian Railway Accounts Service (IRAS) |
Indian Railway Personnel Service (IRPS) |
Indian Railway Traffic Service (IRTS) |
Indian Revenue Service (IRS) |
Indian Trade Service (ITS) |
Railway Protection Force (RPF) |
3. Group ‘B’ Civil Services |
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Armed Forces Headquarters Civil Service |
DANICS |
DANIPS |
Pondicherry Civil Service |
Pondicherry Police Service |
यूपीएससी परीक्षा पैटर्न - UPSC Exam Pattern In Hindi
- प्रारंभिक परीक्षा - Preliminary Examination
- मुख्य परीक्षा - Mains Examination
- साक्षात्कार - Interview/Personality Test
Stage 1. प्रारंभिक परीक्षा - Preliminary Examination
सिविल सेवा परीक्षा का पहला चरण हैं 'प्रारंभिक परीक्षा' जिसमें 2 पेपर होते हैं -
- सामान्य अध्ययन - I
- Civil Services Aptitude Test (CSAT)
CSAT एक qualifying पेपर हैं जिसमें उम्मीदवार को कम से कम 33% अंक (लगभग 27 प्रश्न या 66 अंक) प्राप्त करना आवश्यक हैं, अन्यथा उसे इस परीक्षा में Fail माना जायेगा। Cutoff का निर्धारण केवल सामान्य अध्ययन - I के आधार पर किया जाता हैं।
- दोनों पेपर 200-200 अंकों के होते हैं। पहले पेपर अर्थात सामान्य अध्ययन-I में 2-2 अंकों के 100 प्रश्न जबकि दूसरे पेपर (CSAT) में 2.5-2.5 अंकों के 80 प्रश्न होते हैं। प्रश्नों की प्रकृति वस्तुनिष्ठ (Objective) प्रकार की होती हैं।
- दोनों पेपरों में ⅓ की Negative Marking हैं मतलब 3 उत्तर गलत होने पर 1 सही उत्तर के बराबर अंक काट लिए जायेंगे।
Paper | प्रश्नों की संख्या | प्रत्येक सही प्रश्न का अंक | कुल अंक | समय | Negative Marking |
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सामान्य अध्ययन - I | 100 | 2 | 200 | 2 घंटे | ⅓ |
Civil Services Aptitude Test (CSAT) | 80 | 2.5 | 200 | 2 घंटे | ⅓ |
Stage 2. मुख्य परीक्षा - Mains Examination
सिविल सेवा परीक्षा का दूसरा चरण 'मुख्य परीक्षा' हैं। यह इस परीक्षा का प्रमुख चरण हैं क्योंकि इसमें प्राप्त अंकों को अंतिम अंकों में शामिल किया जाता हैं मतलब आप सिविल सेवा परीक्षा पास करोगे या नहीं इसका निर्धारण मुख्य परीक्षा के अंकों से ही होता हैं।
Read More: IAS Kaise Bane - IAS क्या हैं?, कार्य, वेतन, योग्यता
मुख्य परीक्षा के लिए आपको एक Optional Subject का चुनाव करना होता हैं, इसके mains में 2 पेपर लगते हैं।
- इस चरण में कुल 9 पेपर होते हैं, जिनमें से केवल 7 पेपरों के अंकों को अंतिम अंकों में शामिल किया जाता हैं। 2 पेपर (Paper A व Paper B) qualifying पेपर होते हैं जिनमें आपको कम से कम 25% अंक प्राप्त करने होते हैं।
- पहला पेपर निबंध (Essay) का 250 अंकों का होता है।
- 4 सामान्य अध्ययन (GS) के पेपर होते हैं, जिसमें प्रत्येक पेपर 250 अंकों का होता हैं।
- 2 पेपर optional subject के होते हैं और ये भी 250-250 अंकों के होते हैं।
- 1 पेपर अंग्रेजी विषय का होता हैं जो की 300 अंकों का होता हैं।
- 1 पेपर 8वीं अनुसूची में शामिल किसी भाषा का होता हैं (हिंदी या जो भी भाषा आप चुनते हो)
- मुख्य परीक्षा में अलग-अलग शब्द सीमा वाले वर्णनात्मक (Descriptive) प्रश्न पूछे जाते हैं। इसमें आपको प्रश्नों का उत्तर दी गयी शब्द सीमा के अंतर्गत लिखना होता हैं, इसके लिए आपकी अच्छी लेखन शैली को एक महत्वपूर्ण योग्यता माना जाता हैं।
पेपर | विषय | अंक |
---|---|---|
Paper - 1 | निबंध | 250 |
Paper - 2 | सामान्य अध्ययन - 1 (भारतीय विरासत और संस्कृति, विश्व का इतिहास एवं भूगोल तथा समाज) | 250 |
Paper - 3 | सामान्य अध्ययन - 2 (शासन व्यवस्था, संविधान, शासन-प्रणाली, सामाजिक न्याय तथा अंतर्राष्ट्रीय सम्बन्ध) | 250 |
Paper - 4 | सामान्य अध्ययन - 3 (प्रौद्योगिकी, आर्थिक विकास, जैव-विविधता, पर्यावरण, सुरक्षा तथा आपदा प्रबंधन) | 250 |
Paper - 5 | सामान्य अध्ययन - 4 (नीतिशास्त्र, सत्यनिष्ठा और अभिरुचि) | 250 |
Paper - 6 | वैकल्पिक विषय - 1 | 250 |
Paper - 7 | वैकल्पिक विषय - 2 | 250 |
Paper-A (qualifying) | अंग्रेजी | 300 |
Paper-B (qualifying) | हिंदी या संविधान की 8वीं अनुसूची में शामिल कोई भी भाषा | 300 |
Total Marks | 1750 |
मुख्य परीक्षा के लिए वैकल्पिक विषय - IAS Banne Ke Liye Optional Subject
मुख्य परीक्षा के लिए उम्मीदवारों को निम्नलिखित विषयों में से किसी 1 वैकल्पिक विषय का चुनाव करना होता है -
विषय | विषय |
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कृषि | प्रबंधन (Management) |
पशुपालन एवं पशुचिकित्सा विज्ञान | गणित |
नृ-विज्ञान (Anthropology) | यांत्रिकी इंजीनियरी |
वनस्पति विज्ञान | चिकित्सा विज्ञान |
रसायन विज्ञान | दर्शनशास्त्र |
सिविल इंजीनियरी | भौतिकी |
वाणिज्य व लेखाविधि | राजनीति विज्ञान तथा अंतर्राष्ट्रीय संबंध |
अर्थशास्त्र | मनोविज्ञान |
इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग | लोक प्रशासन |
भूगोल | समाजशास्त्र |
भू-विज्ञान | सांख्यिकी (statistics) |
इतिहास | प्राणी विज्ञान (Zoology) |
विधि | किसी भी एक भाषा का भाषा साहित्य (संस्कृत, हिंदी, अंग्रेजी, पंजाबी, सिंधी, संथाली, तमिल, तेलुगू, मराठी, उर्दू, मणिपुरी, नेपाली...आदि) |
Stage 3. साक्षात्कार - Interview/Personality Test
परीक्षा का तीसरा और सबसे अंतिम चरण हैं Interview. वैसे इसे मुख्य परीक्षा का ही भाग माना जाता हैं, किन्तु इसकी प्रकृति मुख्य परीक्षा से भिन्न होती हैं। इसमें कोई लिखित परीक्षा न होकर के मौखिक वार्तालाप द्वारा उम्मीदवार की योग्यता को जांचा जाता हैं। यह साक्षात्कार कुल 275 अंकों का होता हैं।
यूपीएससी प्रीलिम्स परीक्षा सिलेबस - UPSC Prelims Syllabus In Hindi
अभी तक हमने सिविल सेवा परीक्षा के Exam Patten को जाना हैं, अब चलिए जानते हैं UPSC Prelims Syllabus के बारे में -
यूपीएससी प्रीलिम्स पेपर I: सामान्य अध्ययन I सिलेबस
- राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय महत्व की सामयिक घटनाएँ (Current events of national and international importance.)
- भारत का इतिहास और भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन (History of India and Indian National Movement)
- भारत एवं विश्व का भूगोल: भारत एवं विश्व का प्राकृतिक, सामाजिक, आर्थिक भूगोल (Indian and World Geography - Physical, Social, Economic, Geography of India and the world)
- भारतीय राज्यतंत्र और शासन - संविधान, राजनीतिक प्रणाली, पंचायती राज, लोकनीति, अधिकारों संबंधी मुद्दे इत्यादि (Indian Polity and Governance - Constitution, Political System, Panchayati Raj, Public Policy, Right Issue etc.)
- आर्थिक और सामाजिक विकास - सतत विकास, गरीबी, समावेशन,, जनसांख्यिकी, सामाजिक क्षेत्र में की गई पहल आदि। (Economic and Social Development, Sustainable Development - Poverty, Inclusion, Demographics, Social initiatives etc.)
- पर्यावरणीय पारिस्थितिकी, जैव-विविधता और जलवायु परिवर्तन संबंधी मुद्दे जिनके लिए विषयगत विशेषज्ञता आवश्यक नहीं हैं। (General issues on Environment-Ecology, Bio-diversity and Climate Change - that do not require subject specialization)
यूपीएससी प्रीलिम्स पेपर II: सामान्य अध्ययन II (CSAT) सिलेबस
- बोधगम्यता (Comprehension)
- संचार कौशल एवं अंतर-वैयक्तिक कौशल (Interpersonal skills including communication skills)
- तार्किक कौशल एवं विश्लेषणात्मक क्षमता (Logical reasoning and analytical ability)
- निर्णय लेना और समस्या समाधान (Decision making and problem solving)
- सामान्य मानसिक योग्यता (General mental ability)
- आधारभूत संख्ययन [Basic numeracy] (संख्याएँ और उनके संबंध, विस्तार क्रम आदि) (10th कक्षा स्तर)
- आँकड़ों का निर्वचन [Data interpretation] (चार्ट, तालिका, ग्राफ, आँकड़ों की पर्याप्तता आदि - दसवीं कक्षा का स्तर)
यूपीएससी मेंस परीक्षा सिलेबस - UPSC Mains Exam Syllabus In Hindi
पेपर I: निबंध
उम्मीदवार को किसी दिए गए विषय पर निबंध लिखना होगा।
निबंध का पेपर 2 भागों (मूर्त और अमूर्त रूप) में विभाजित रहता हैं। प्रत्येक भाग में दिए गए 4 विकल्पों में से एक-एक विकल्प का चयन करते हुए कुल 2 निबंध (प्रत्येक 125 अंक) लिखने होते हैं। प्रत्येक निबंध के लिए निर्धारित शब्द सीमा लगभग 1000-1200 होती हैं।
पेपर 2 : सामान्य अध्ययन I
- भारतीय संस्कृति में प्राचीन काल से आधुनिक काल तक के रूप, साहित्य और वास्तुकला के मुख्य पहलू शामिल होंगे।
- 18वीं सदी के लगभग मध्य से लेकर वर्तमान समय तक का आधुनिक भारतीय इतिहास - महत्वपूर्ण घटनाएं, व्यक्तित्व, विषय।
- स्वतंत्रता संग्राम - इसके विभिन्न चरण और देश के विभिन्न भागों में इसमें अपना योगदान देने वाले महत्वपूर्ण व्यक्तित्व और उनका योगदान।
- स्वतंत्रता के पश्चात देश की अंदर एकीकरण और पुनर्गठन।
- विश्व के इतिहास में 18वीं सदी तथा बाद की घटनाएं यथा औद्योगिक क्रांति, विश्व युद्ध, राष्ट्रीय सीमाओं का पुनःसीमांकन, उपनिवेशवाद, उपनिवेशवाद की समाप्ति, राजनीतिक दर्शन जैसे - साम्यवाद, पूंजीवाद, समाजवाद आदि शामिल होंगे, उनके रूप और समाज पर प्रभाव।
- भारतीय समाज की मुख्य विशेषताएं, भारत की विविधता।
- महिलाओं की भूमिका और महिला संगठन, जनसंख्या एवं सम्बद्ध मुद्दे, गरीबी और विकासात्मक विषय, शहरीकरण, उनकी समस्याएं और रक्षोपाय।
- भारतीय समाज पर भूमंडलीकरण का प्रभाव।
- सामाजिक सशक्तिकरण, संप्रदायवाद, क्षेत्रवाद और धर्मनिरपेक्षता।
- विश्व के भौतिक भूगोल की मुख्य विशेषताएं
- विश्व भर के मुख्य प्राकृतिक संसाधनों का वितरण (दक्षिण एशिया और भारत उपमहाद्वीप को शामिल करते हुए), विश्व (भारत सहित) के विभिन्न भागों में प्राथमिक, द्वितीयक और तृतीयक क्षेत्र के उद्योगों को स्थापित करने के लिए जिम्मेदार कारक।
- भूकंप, सुनामी, ज्वालामुखीय हलचल, चक्रवात आदि जैसी महत्वपूर्ण भू -भौतिकी घटनाएं और उनके स्थान - अति महत्वपूर्ण भौगोलिक विशेषताओं (जल-स्रोत व हिमावरण सहित) और वनस्पति एवं प्राणी जगत में परिवर्तन और इस प्रकार के परिवर्तनों के प्रभाव।
पेपर 3: सामान्य अध्ययन- II
- भारतीय संविधान - ऐतिहासिक आधार, विकास, विशेषताएं, संशोधन, महत्वपूर्ण प्रावधान और बुनियादी संरचना।
- राज्य एवं राज्यों के कार्य तथा उत्तरदायित्व, संघीय ढाँचे से संबंधित विषय एवं चुनौतियां, स्थानीय स्तर पर शक्तियों और वित्त का हस्तांतरण और उसकी चुनौतियां।
- विभिन्न घटकों के बीच शक्तियों का पृथक्करण, विवाद निवारण तंत्र तथा संस्थान।
- भारतीय संवैधानिक योजना की अन्य देशों के साथ तुलना।
- संसद और राज्य विधायिका - संरचना, कार्य, कार्य-संचालन, शक्तियाँ एवं विशेषाधिकार और इनसे उत्पन्न होने वाले विषय।
- कार्यपालिका और न्यायपालिका की संरचना, संगठन और कार्य - सरकार के मंत्रालय एवं विभाग, प्रभावक समूह और औपचारिक/अनौपचारिक संघ तथा शासन प्रणाली में उनकी भूमिका।
- जन प्रतिनिधित्व अधिनियम की मुख्य विशेषताएं।
- विभिन्न संवैधानिक पदों पर नियुक्ति और विभिन्न संवैधानिक निकायों की शक्तियां, कार्य और उत्तरदायित्व।
- सांविधिक, विनियामक और विभिन्न अर्ध-न्यायिक निकाय।
- सरकारी नीतियों और विभिन्न क्षेत्रों में विकास के लिए हस्तक्षेप और उनकी अभिकल्पन तथा कार्यान्वयन के कारण उत्पन्न विषय।
- विकास प्रक्रिया तथा विकास उद्योग - गैर-सरकारी संगठनों, स्वयं सहायता समूहों, विभिन्न समूहों और संघों, दानकर्ताओं, लोकोपकारी संस्थाओं, संस्थागत एवं अन्य पक्षों की भूमिका।
- केंद्र एवं राज्यों द्वारा जनसंख्या के अति संवेदनशील वर्गों के लिए कल्याणकारी योजनाएं और इन योजनाओं का कार्य-निष्पादन; इन अति संवेदनशील वर्गों की रक्षा एवं बेहतरी के लिए गठित तंत्र, विधि, संस्थान एवं निकाय।
- स्वास्थ्य, शिक्षा, मानव संसाधनों से संबंधित सामाजिक क्षेत्र/सेवाओं के विकास और प्रबंधन से संबंधित विषय।
- गरीबी एवं भूख से संबंधित विषय।
- शासन व्यवस्था, पारदर्शिता और जवाबदेही के महत्वपूर्ण पक्ष, ई-गवर्नेंस, अनुप्रयोग, मॉडल, सफलताएं, सीमाएँ और संभावनाएँ; नागरिक चार्टर, पारदर्शिता एवं जवाबदेही और संस्थागत तथा अन्य उपाय।
- लोकतंत्र में सिविल सेवाओं की भूमिका।
- भारत एवं इसके पड़ोसी- संबंध।
- द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक समूह और भारत से संबंधित और/अथवा भारत के हितों को प्रभावित करने वाले करार।
- भारत के हितों पर विकसित तथा विकासशील देशों की नीतियों तथा राजनीति का प्रभाव; प्रवासी भारतीय
- महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय संस्थान, संस्थाएं और मंच - उनकी संरचना, अधिदेश।
पेपर 4: सामान्य अध्ययन– III
- भारतीय अर्थव्यवस्था तथा योजना, संसाधनों को जुटाने, प्रगति, विकास तथा रोजगार से संबंधित विषय।
- समावेशी विकास तथा इससे उत्पन्न विषय।
- सरकारी बजट।
- मुख्य फसलें - देश के विभिन्न भागों में फसलों का पैटर्न सिंचाई के विभिन्न प्रकार एवं सिंचाई प्रणाली - कृषि उत्पाद का भंडारण, परिवहन तथा विपणन, संबंधित विषय और बाधाएं; किसानों की सहायता के लिए ई-प्रौद्योगिकी।
- प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष कृषि सहायिकी की तथा न्यूनतम समर्थन मूल्य से संबंधित विषय; जन वितरण प्रणाली- उद्देश्य, कार्य, सीमाएं, सुधार; बफर स्टॉक तथा खाद्य सुरक्षा संबंधी विषय; प्रौद्योगिकी मिशन; पशुपालन संबंधी अर्थशास्त्र।
- भारत में खाद्य प्रसंस्करण एवं संबंधित उद्योग- कार्य क्षेत्र एवं महत्व, स्थान, ऊपर और नीचे की अपेक्षाएं, आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन।
- भारत में भूमि सुधार।
- उदारीकरण का अर्थव्यवस्था पर प्रभाव, औद्योगिक नीति में परिवर्तन तथा औद्योगिक विकास पर इनका प्रभाव।
- बुनियादी ढांचा; ऊर्जा, बंदरगाह, सड़क, विमानपत्तन, रेलवे आदि।
- निवेश मॉडल।
- विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी - विकास एवं अनुप्रयोग और रोजमर्रा के जीवन पर इसका प्रभाव।
- विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में भारतीयों की उपलब्धियां; देशज रूप से प्रौद्योगिकी का विकास और नई प्रौद्योगिकी का विकास।
- सूचना प्रौद्योगिकी, अंतरिक्ष, कंप्यूटर, रोबोटिक्स, नैनो-टेक्नोलॉजी, बायो-टेक्नोलॉजी और बौद्धिक संपदा अधिकारों से संबंधित देशों के संबंध में जागरूकता।
- संरक्षण, पर्यावरण प्रदूषण और क्षरण, पर्यावरणीय प्रभाव आकलन।
- आपदा और आपदा प्रबंधन।
- विकास और फैलते उग्रवाद के बीच संबंध।
- आंतरिक सुरक्षा के लिए चुनौती उत्पन्न करने वाले शासन विरोधी तत्वों की भूमिका।
- संचार नेटवर्क के माध्यम से आंतरिक सुरक्षा को चुनौती, आंतरिक सुरक्षा चुनौतियों में मीडिया और सामाजिक नेटवर्किंग साइटों की भूमिका, साइबर सुरक्षा की बुनियादी बातें, धन-शोधन और इसे रोकना।
- सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा चुनौतियां एवं उनके प्रबंधन - संगठित अपराध और आतंकवाद के बीच संबंध।
- विभिन्न सुरक्षा बल और संस्थाएं तथा उनके अधिदेश।
पेपर 5 : सामान्य अध्ययन– IV: Ethics, Integrity and Aptitude
इस प्रश्न पत्र में ऐसे प्रश्न शामिल होंगे जो सार्वजनिक जीवन में उम्मीदवारों की सत्यनिष्ठा, ईमानदारी से संबंधित विषयों के प्रति उनकी अभिवृत्ति तथा उनके दृष्टिकोण तथा समाज से आचार-व्यवहार में विभिन्न मुद्दों तथा सामने आने वाली समस्याओं के समाधान को लेकर उनकी मनोवृति का परीक्षण करेंगे। इन आयामों का निर्धारण करने के लिए प्रश्न पत्र में किसी मामले के अध्ययन (केस स्टडी) का माध्यम भी चुना जा सकता है। मुख्य रूप से निम्नलिखित क्षेत्रों को कवर किया जाएगा।
- नीति शास्त्र तथा मानवीय संबंध: मानवीय क्रियाकलापों में नीतिशास्त्र का सार तत्व, इसके निर्धारक और परिणाम; नीतिशास्त्र के आयाम; निजी और सार्वजनिक संबंधों में नीतिशास्त्र, मानवीय मूल्य - महान नेताओं, सुधारकों और प्रशासकों के जीवन तथा उनके उपदेशों से शिक्षा; मूल्य विकसित करने में परिवार समाज और शैक्षणिक संस्थाओं की भूमिका।
- अभिवृत्ति: सारांश (कंटेंट), संरचना, वृत्ति; विचार तथा आचरण के परिप्रेक्ष में इसका प्रभाव एवं संबंध; नैतिक और राजनीतिक अभिवृत्ति; सामाजिक प्रभाव और धारण।
- सिविल सेवा के लिए अभिरुचि तथा बुनियादी मूल्य - सत्यनिष्ठा, भेदभाव रहित तथा गैर-तरफदारी, निष्पक्षता, सार्वजनिक सेवा के प्रति समर्पण भाव, कमजोर वर्गों के प्रति सहानुभूति, सहिष्णुता तथा संवेदना।
- भावनात्मक समझ: अवधारणाएं तथा प्रशासन और शासन व्यवस्था में उनकी उपयोगिता और अनुप्रयोग।
- भारत तथा विश्व के नैतिक विचारकों तथा दार्शनिकों के योगदान।
- लोक प्रशासन में लोक/सिविल सेवा मूल्य तथा नीति शास्त्र: स्थिति तथा समस्याएँ; सरकारी तथा निजी संस्थानों में नैतिक चिंताएँ एवं दुविधाएँ; नैतिक मार्गदर्शन के स्रोतों के रूप में विधि, नियम, विनियम तथा अंतरात्मा; उत्तरदायित्व तथा नैतिक शासन, शासन व्यवस्था में नीतिपरक तथा नैतिक मूल्यों का सुदृढ़ीकरण; अंतरराष्ट्रीय संबंधों तथा निधि व्यवस्था (फंडिंग) में नैतिक मुद्दे; कॉरपोरेट शासन व्यवस्था।
- शासन व्यवस्था में ईमानदारी: लोक सेवा की अवधारणा; शासन व्यवस्था और ईमानदारी का दार्शनिक आधार, सरकार में सूचना का आदान-प्रदान और पारदर्शिता, सूचना का अधिकार, नीतिपरक आचार संहिता, आचरण संहिता, नागरिक घोषणापत्र, कार्य संस्कृति, सेवा प्रदान करने की गुणवत्ता, लोक निधि का उपयोग, भ्रष्टाचार की चुनौतियां।
- उपर्युक्त विषय पर मामला संबंधी अध्ययन की (केस स्टडीज)।
पेपर 6 & 7: Optional Subject पेपर I और II
Optional विषय के syllabus की pdf download करने के लिए उस विषय पर click करें।पेपर A: अनिवार्य भारतीय भाषा
- बोधगम्यता (Comprehension of given passages)
- संक्षिप्त लेखन (Precis writing)
- शब्द प्रयोग व शब्द भंडार (Usage and Vocabulary)
- लघु निबंध (Short essay)
- अंग्रेजी से भारतीय भाषा तथा भारतीय भाषा से अंग्रेजी में अनुवाद
पेपर B: अंग्रेजी भाषा
- बोधगम्यता
- संक्षिप्त लेखन
- शब्द प्रयोग व शब्द भंडार
- लघु निबंध
- पृथ्वी की आंतरिक संरचना
- भू-चुम्बकत्व क्या है, कैसे उत्पन्न होता है और इसका महत्व क्या है?
- पुराचुम्बकत्व क्या है?
- संवहन धारा सिद्धांत क्या हैं?
- सागर नितल प्रसरण क्या हैं - पूरी जानकारी
- महाद्वीपीय विस्थापन सिद्धांत की संपूर्ण जानकारी
- प्लेट विवर्तनिकी सिद्धांत
- मैंटल प्लूम क्या हैं और कैसे बनता हैं?
- ज्वालामुखी के क्या है? इससे संबंधित पूरी जानकारी
- भूकंप क्या है? कारण, प्रकार, विशेषताएँ, प्रभाव और वैश्विक वितरण
- वायुमंडल क्या है? इसकी उत्पत्ति, संघटन एवं संरचना
- सूर्यातप क्या है? तथा इसको प्रभावित करने वाले कारक
- एल्बिडो, पार्थिव विकिरण, पृथ्वी का ऊष्मा बजट तथा अक्षांशीय ऊष्मा बजट
- तापमान, तापमान विसंगति तथा ऊष्मा क्या हैं?
- तापमान प्रतिलोमन/व्युत्क्रमण क्या है? इसके प्रकार और प्रभाव
- वायुमंडलीय दाब क्या है? वायु गर्त, वायु कटक और समदाब रेखाएं
- पवन क्या है? कोरिओलिस बल और फेरल का नियम
- वायुदाब पेटियां/कटिबंध क्या है? कैसे बनती है और इनके प्रकार
- पवनों के प्रकार, ITCZ, Upwelling, Downwelling और वायु परिसंचरण तंत्र
- आर्द्रता क्या है? तथा इसके प्रकार और वाष्पीकरण व संघनन
- विश्व की प्रमुख जनजातियां