Jalvayu Kise Kahate Hain? - Climate In Hindi
किसी विशाल क्षेत्र में लंबी समयावधि (सामान्यतः 35 वर्ष) में मौसम की अवस्थाओं तथा विविधताओं के औसत को 'जलवायु' (Climate) कहते हैं।
Read More: जलवायु परिवर्तन क्या है? कारण और प्रभाव
जलवायु को प्रभावित करने वाले कारक
जलवायु को प्रभावित करने वाले कारक निम्नलिखित हैं -
- तापमान
- वायुमंडलीय दाब
- आर्द्रता
- पवन
- वर्षण
- अक्षांश रेखा से दूरी
- समुद्र तल से ऊंचाई
- समुद्र से दूरी
- महासागरीय धाराएं
- उच्चावच
- मृदा की प्रकृति
- वनस्पति आवरण
जलवायु प्रदेश क्या हैं? - Climate Regions In Hindi
एक ऐसा विस्तृत भौगोलिक क्षेत्र जहाँ समान जलवायु विशेषताएँ पाई जाती हैं, जलवायु प्रदेश कहलाता है। सामान्य तौर पर विश्व की जलवायु को तीन प्रमुख वर्गों में विभाजित किया जाता है -
- उष्णकटिबंधीय जलवायु
- मध्य अक्षांशीय जलवायु
- ध्रुवीय या उच्च अक्षांशीय जलवायु
भूगोलविदों ने जलवायु के तीन प्रमुख वर्गों को विभिन्न आधारों पर द्वितीय एवं तृतीय श्रेणियों के अनेक जलवायु प्रकारों में वर्गीकृत किया है। इनमें से कोपेन के द्वारा दिए गए जलवायु वर्गीकरण को सर्वाधिक मान्यता प्राप्त है।
कोपेन का Jalvayu वर्गीकरण - Koppen's Climate Classification In Hindi
कोपेन के अनुसार वनस्पति वितरण व जलवायु में एक घनिष्ठ संबंध है। उन्होंने अनुभाविक पद्धति का सबसे ज्यादा उपयोग किया जिसके अनुसार तापमान व वर्षण के कुछ मानकों का चयन करते हुए उनका वनस्पति के वितरण से संबंध स्थापित किया और इन मानकों का उपयोग जलवायु के वर्गीकरण के लिए किया।
- कोपेन ने कैंडोल द्वारा प्रस्तुत विश्व के 5 वनस्पति मंडलों को विश्व की जलवायु के विभाजन का आधार बनाया।
कोपेन के जलवायु वर्गीकरण को आधार बनाकर विश्व को निम्नलिखित जलवायु प्रदेशों में विभाजित किया गया है -
- विषुवत रेखीय जलवायु प्रदेश
- मानसूनी जलवायु प्रदेश
- सवाना जलवायु प्रदेश
- मरुस्थलीय जलवायु प्रदेश
- चीन तुल्य जलवायु प्रदेश
- स्टेपी जलवायु प्रदेश
- भू-मध्यसागरीय जलवायु प्रदेश
- सेंट लॉरेंस तुल्य जलवायु प्रदेश
- टैगा/साइबेरिया तुल्य जलवायु प्रदेश
- ब्रिटिश/पश्चिमी यूरोप तुल्य जलवायु प्रदेश
- ध्रुवीय/टुण्ड्रा जलवायु प्रदेश
1. विषुवत रेखीय जलवायु प्रदेश
अवस्थिति
विशेषता
तापमान
- इस जलवायु प्रदेश में सूर्य की किरणें वर्ष भर लगभग सीधी पड़ती है। यहाँ का औसत वार्षिक तापमान 20°C से अधिक किन्तु अधिकतम 30°C होता हैं।
- अत्यधिक उमस के कारण इसे 'शक्तिहीनता का प्रदेश' कहते हैं।
- यहाँ अलग-अलग ऋतुएँ नहीं होती है यहाँ रात्रि ही सर्दियों की ऋतु हैं।
वर्षा
- यहाँ औसत वार्षिक वर्षा 250 cm से अधिक होती हैं।
- यहाँ अप्रैल व अक्टूबर में सर्वाधिक वर्षा होती हैं।
- इस जलवायु प्रदेश में अधिकतर वर्षा संवहनीय व पर्वतीय प्रकार की होती हैं।
वनस्पति
- इस जलवायु प्रदेश में उच्च तापमान, वर्षा व आर्द्रता के कारण यहां सदाबहार वन पाए जाते हैं। इन वनों में रबड़, एबोनी, महोगनी, गाटापार्चा, लियाना, बाँस आदि वृक्ष पाए जाते हैं।
मृदा
जलवायु का विस्तार
2. मानसूनी जलवायु प्रदेश
अवस्थिति
विशेषता
तापमान
- यहाँ ग्रीष्म ऋतु में तापमान - 27°C से 32°C के मध्य रहता हैं।
- वर्षा ऋतु में - 27°C से 29°C
- शीत ऋतु में - 10°C से 27°C
वर्षा
- यहाँ संवहनीय, चक्रवाती और पर्वतीय प्रकार की वर्षा होती हैं।
- वर्षा की मात्रा स्थानीय उच्चावच पर निर्भर करती हैं।
- औसत वार्षिक वर्षा 170-250 cm होती हैं।
वनस्पति
- यहाँ पाई जाने वाली वनस्पति में विविधता होती हैं।
- यहाँ पर्णपाती वनस्पति पाई जाती हैं।
- यहाँ पाई जाने वाली वनस्पतियों में साल, सागौन, सहजन, आम, महुआ, रबड़, ताड़ आदि प्रमुख हैं।
जलवायु का विस्तार
3. सवाना जलवायु प्रदेश
अवस्थिति
विशेषता
तापमान
- यहाँ ग्रीष्म ऋतु में तापमान - 32°C से 38°C के मध्य रहता हैं।
- शीत ऋतु में - 26°C से 32°C
वर्षा
- यहाँ संवहनीय प्रकार की वर्षा होती हैं।
- वर्षा मुख्यतः ग्रीष्मकाल में होती हैं।
- औसत वार्षिक वर्षा 60-100 cm होती हैं।
वनस्पति
यह क्षेत्र उष्णकटिबंधीय घास भूमि का क्षेत्र है। यहां ऊंची व मोटी घास के साथ पर्णपाती वृक्ष बिखरे रूप में मिलते हैं इन्हें 'सवाना घास मैदान' कहा जाता हैं।
- यहाँ की प्रमुख वनस्पति बाओबाब, इप्रेटा घास, हाथी घास आदि हैं।
जलवायु का विस्तार
4. मरुस्थलीय जलवायु प्रदेश
अवस्थिति
तापमान
- यहाँ ग्रीष्म ऋतु में तापमान - 30°C से 35°C के मध्य रहता हैं।
- दोपहर में तापमान 50°C तक पहुंच जाता हैं, वहीं रात्रि में हिमांक तक पहुँच जाता हैं।
- शीतकाल में तापमान 15.5°C -21°C तक होता हैं।
वर्षा
- यहाँ औसत वार्षिक वर्षा 25 cm से भी कम होती हैं।
वनस्पति
- यहाँ की प्रमुख वनस्पति बबूल, नागफनी, खजूर, सेहुड़ आदि हैं।
5. चीन तुल्य जलवायु प्रदेश
अवस्थिति
तापमान
- यहाँ ग्रीष्मकाल में तापमान - 24°C से 26.6°C के मध्य रहता हैं।
- शीत ऋतु में - 6.6°C से 10°C
वर्षा
- यहाँ मुख्यतः ग्रीष्म ऋतु में अनुतटीय पवनों से वर्षा होती हैं।
- शीतकाल में कुछ वर्षा चक्रवातों के माध्यम से होती हैं।
वनस्पति
- साइप्रस, ऐश, चेस्टनट,ओक, पाइन आदि यहाँ की प्रमुख वनस्पतियां हैं।
6. स्टेपी जलवायु प्रदेश
अवस्थिति
विशेषता
तापमान
- ग्रीष्म ऋतु में तापमान 20°C से 22°C के मध्य रहता हैं।
- शीत ऋतु में तापमान हिमांक से नीचे चला जाता हैं।
वर्षा
- यहाँ संवहनीय प्रकार की वर्षा होती हैं।
- वर्षा मुख्यतः ग्रीष्मकाल में होती हैं।
- औसत वार्षिक वर्षा 60-100 cm होती हैं।
- यहाँ चरनोजम मृदा पाई जाती हैं, जो अत्यधिक उपजाऊ होती है और यहां गेहूं की कृषि अधिक की जाती है इस कारण इसे 'विश्व की रोटी की टोकरी' कहते हैं।
जलवायु का विस्तार
7. भू-मध्यसागरीय जलवायु प्रदेश
अवस्थिति
विशेषता
तापमान
- ग्रीष्म ऋतु में यहाँ का तापमान 20°C से 27°C के मध्य रहता हैं।
- शीत ऋतु में 5°C से 10°C
वर्षा
- यहाँ संवहनीय प्रकार की वर्षा होती हैं।
- वर्षा मुख्यतः ग्रीष्मकाल में होती हैं।
- औसत वार्षिक वर्षा 60-100 cm होती हैं।
वनस्पति
- यहाँ की प्रमुख वनस्पतियों में ओक, वालनट, साइप्रस, सिडार, चेस्टनट आदि हैं।
- भूमध्यसागरीय जलवायु क्षेत्र नींबु, संतरा, अंगूर, जैतून आदि रसदार फलों के लिए प्रसिद्ध हैं।
जलवायु का विस्तार
8. सेंट लॉरेंस तुल्य जलवायु प्रदेश
अवस्थिति
तापमान
- ग्रीष्म ऋतु में तापमान - 21°C
- शीत ऋतु में तापमान हिमांक से नीचे
वर्षा
- यहाँ अधिकतर वर्षा ग्रीष्मकाल में महासागरों की ओर से आने वाली पवनों से होती हैं।
वनस्पति
- यहाँ शंकुधारी व पर्णपाती वन दोनों साथ-साथ मिलते हैं।
- यहाँ चीड़, स्प्रूस, हेमलॉक आदि वृक्ष पाए जाते हैं।
जलवायु का विस्तार
9. टैगा/साइबेरिया तुल्य जलवायु प्रदेश
अवस्थिति
तापमान
- ग्रीष्म ऋतु में तापमान - 12°C-20°C
- शीत ऋतु में तापमान हिमांक से नीचे
- यहाँ विश्व का सबसे ठंडा स्थान 'बर्खोयांस्क' (रूस) इसी प्रदेश में स्थित हैं।
वर्षा
- यहाँ औसत वार्षिक वर्षा अत्यंत कम होती हैं तथा शीतकाल में यहाँ हिमपात होता हैं।
वनस्पति
- यहाँ शंकुधारी वन मिलते हैं।
- यहाँ पाइन, फर, लार्च आदि वृक्ष पाए जाते हैं।
जलवायु का विस्तार
10. ब्रिटिश/पश्चिमी यूरोप तुल्य जलवायु प्रदेश
अवस्थिति
तापमान
- ग्रीष्म ऋतु में तापमान - 15°C-21°C
- शीत ऋतु में तापमान हिमांक से नीचे
वर्षा
- यहाँ वाताग्री वर्षा पूरे वर्ष भर होती हैं किन्तु ग्रीष्मकाल की तुलना में शीतकाल में अधिक होती हैं।
वनस्पति
- यहाँ वर्ष भर वर्षा होने के कारण घनी वनस्पतियां उत्पन्न होती हैं।
- यहाँ फर, स्प्रूस, डगलस, हेमलॉक आदि वृक्ष पाए जाते हैं।
जलवायु का विस्तार
इस जलवायु का विस्तार उत्तर-पश्चिमी यूरोप, डेनमार्क, नॉर्वे, पश्चिमी फ्रांस, कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया, न्यूजीलैंड, तस्मानिया आदि में हैं।11. ध्रुवीय/टुण्ड्रा जलवायु प्रदेश
अवस्थिति
तापमान
- यहाँ सबसे गर्म महीने का तापमान भी 10°C से भी कम रहता हैं।
- यहाँ औसत वार्षिक तापमान 12°C रहता हैं।
- इस प्रदेश में सामान्यतः सूर्य के प्रकाश का अभाव रहता है।
वर्षा
- यहाँ वर्षा हिम के रूप में होती हैं।
- औसत वार्षिक वर्षा 25 cm से कम होती हैं।
वनस्पति
- सूर्य के प्रकाश के अभाव तथा अत्यधिक निम्न तापमान के कारण यह क्षेत्र 'बंजर' हैं।
- यह केवल मॉस व लाइकेन जैसी वनस्पति मिलती हैं।