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नए विद्यार्थी UPSC (IAS) की तैयारी कैसे करें? पूरी जानकारी | IAS Ki Taiyari Kaise Kare In Hindi

क्या आप IAS Ki Taiyari करना चाहते है? लेकिन कुछ सवाल जैसे IAS Ki Taiyari Kaise Kare? या IAS Ki Taiyari की शुरुआत कहाँ से करें?, तैयारी के दौरान कौन-कौन सी बातों का ध्यान रखना हैं? IAS की तैयारी के लिए कौन-कौन सी किताबें Best हैं? आदि सवाल आपको परेशान कर रहे हैं, तो इस लेख को आप पूरे ध्यान से पढ़े क्योंकि आपकी IAS Ki Taiyari से जुड़े लगभग सभी सवालों का जवाब आपको इस लेख में मिल जायेगा। 

इस लेख में मैंने IAS की तैयारी की शुरुआत कैसे करें से लेकर, Prelims, Mains और Interview की तैयारी के लिए Tips, तैयारी के दौरान ध्यान रखने योग्य बातों आदि को शामिल किया हैं। तो चलिए जानते हैं IAS Ki Taiyari Kaise Kare In Hindi के बारे में। 

IAS Ki Taiyari Kaise Kare In Hindi


IAS की तैयारी के लिए Coaching  

सबसे पहले हम बात करते है की क्या IAS Ki Taiyari के लिए कोचिंग करना जरूरी है?

नहीं, IAS Ki Taiyari के लिए किसी कोचिंग class को join करना जरूरी नहीं है। आप self study से भी इस परीक्षा को पास कर सकते हो, आपको ऐसे कई IAS, IPS अधिकारी मिलेंगे जिन्होंने बिना किसी कोचिंग संस्थान की मदद लिए self study से इस परीक्षा को पास किया है। किन्तु ऐसा नहीं है की यदि आप coaching join करते हो या सिर्फ self study करते हो तो आपको UPSC या किसी अन्य परीक्षा में सफलता की गारंटी मिल जाएगी। 

आपको कोचिंग करनी है या नहीं यह निर्णय आपको किसी अन्य व्यक्ति को देखकर नहीं बल्कि खुद को समझकर लेना चाहिए क्योंकि सब की अपनी-अपनी क्षमताएँ हैं। किसी को कोचिंग पढ़ने में मजा आता है और वह वहां ज्यादा जल्दी और आसानी से सीख जाता है वहीं दूसरी ओर किसी को self study करना अच्छा लगता है और वह खुद से ही चीजों को अच्छे से समझ पाता हैं, दोनों ही तरीके सही हैं। 


सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी में कोचिंग का महत्व  

सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी स्वयं से भी की जा सकती है किन्तु जैसा की आप जानते है की इस परीक्षा का Syllabus अत्यधिक विस्तृत और कठिन है ऐसे में इस परीक्षा में सफलता पाने के लिए अच्छी तैयारी और सही दिशा-निर्देश की आवश्यकता होती है। सिविल सेवा परीक्षा में कोचिंग से मिलने वाले लाभ निम्नलिखित है -

  • Exam Pattern की बेहतर समझ - कई बार विद्यार्थी परीक्षा पैटर्न को समझते नहीं है और गलत दिशा में तैयारी करने लग जाते हैं जिससे उनका काफी समय व्यर्थ हो जाता हैं। कोचिंग में विद्यार्थियों को सिविल सेवा परीक्षा के पैटर्न को बेहतर तरीके से समझाया जाता है, जिससे उनका बहुमूल्य समय बच जाता हैं।  
  • सही दिशा-निर्देश - अच्छी कोचिंग में आपको कुशल व अनुभवी शिक्षकों द्वारा guide किया जाता हैं, जिससे आपको तैयारी सम्बन्धी सही रणनीति, समय प्रबंधन आदि के दिशा-निर्देश मिलते रहते है। 
  • नए परिवर्तनों से हमेशा Update - कोचिंग में आपको देश-दुनिया में हो रहे परिवर्तनों से update रखा जाता है, इससे आपकी तैयारी और अधिक बेहतर हो जाती है। 
  • तैयारी को सही दिशा - सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी का सफर एक लंबा सफर है ऐसे में सही दिशा में लगातार तैयारी जरूरी है। कोचिंग में समय-समय पर लिए जाने वाले टेस्ट और प्रतियोगिता के माहौल से आपको एक सही दिशा मिलती है। 
  • तैयारी का सही मूल्यांकन - कोचिंग संस्थानों में समय-समय पर टेस्ट का आयोजन किया जाता है, जिससे विद्यार्थियों अपनी तैयारी का सही मूल्यांकन कर पाते है। 
  • Study Material - कोचिंग में आपको तैयारी करने के लिए आवश्यक study material कोचिंग संस्थान द्वारा प्रदान किया जाता है, जिससे आपका study material एकत्रित करने में लगने वाला समय बच जाता है।  
  • प्रतियोगिता - कोचिंग में आपको अन्य विद्यार्थियों से सीधे प्रतियोगिता करने का मौका मिलता हैं जिससे आपको कई नई चीजें सीखने को मिलती है। 
  • Doubts का समाधान - कोचिंग में आप अपने शिक्षकों से अपने Doubts को पूछ कर आसानी से clear कर सकते है। 


कोरोना के बाद Online Coaching का चलन भी काफी ज्यादा बढ़ गया है। कई कोचिंग संस्थानों ने अपनी Offline Coaching के साथ Online Coaching की भी सुविधा शुरू कर दी है। Online Coaching से वे विद्यार्थियों जो दिल्ली जैसे बड़े शहरों में UPSC की तैयारी के लिए नहीं आ सकते है, वे भी अब घर बैठे तैयारी कर सकते है। आप Offline या Online दोनों में से किसी भी तरह कोचिंग कर सकते है, दोनों के अपने फायदे और नुकसान है। 


सिविल सेवा परीक्षा की Coaching fee कितनी होती हैं?

सिविल सेवा परीक्षा का पाठ्यक्रम अत्यधिक विस्तृत है, जिसे पूरा करना अपने आप में एक चुनौती होता है। सामान्यतः अच्छे कोचिंग संस्थानों द्वारा UPSC के पाठ्यक्रम को पूरा करने में लगभग 1.5 साल से 2 साल का समय लगता है। कोचिंग संस्थानों का द्वारा चलाये जाने वाले UPSC Foundation Course की Fee 80000 से लेकर 250000 तक हो सकती है। 


IAS की तैयारी कैसे करें? - IAS Ki Taiyari Kaise Kare In Hindi

अभी तक हमने IAS की तैयारी के लिए कोचिंग जरूरी है या नहीं, इसके महत्व आदि इस बारे में चर्चा की है। चलिए अब जानते है की IAS Ki Taiyari Kaise Kare. 

IAS Kaise Bane

Exam pattern और Syllabus को समझे 

किसी भी परीक्षा की तैयारी करने में पहला Step होता हैं उस परीक्षा के बारे में जानना मतलब आप जिस परीक्षा की तैयारी करने वाले हैं या कर रहे हैं उस परीक्षा का Exam Pattern क्या हैं? परीक्षा का Syllabus क्या हैं? आदि जानना। 

Exam pattern से आपको परीक्षा के चरणों (Stages), प्रत्येक चरण में प्रश्नों के प्रकार, कुल प्रश्नों की संख्या, सही उत्तर देने पर मिलने वाले अंक, Negative Marking तथा कई अन्य जानकारियां प्राप्त होती हैं। इससे आपको परीक्षा के लिए अपनी एक सही रणनीति बनाने में सुविधा होगी और आप उलझोगे नहीं। 

जब आप exam pattern को जान लेते हो तब बारी आती हैं Exam Syllabus को समझने की। Exam Syllabus को भी जानना बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण हैं क्योंकि जब आप syllabus को अच्छे से समझ जाते हो तो आपको ये पता रहता हैं की आपको क्या-क्या पढ़ना हैं?, परीक्षा में किस-किस क्षेत्र को कवर किया जायेगा और इससे आप एक सही परीक्षा रणनीति बना पाते हो जिससे आपका समय व ऊर्जा दोनों बचती हैं। 

Read more: UPSC CSE Exam pattern और Syllabus की पूरी जानकारी 


परीक्षा की सही रणनीति (Strategy) बनाये 

जैसा की आप जानते होंगे की UPSC CSE का Syllabus बहुत ही ज्यादा विस्तृत और जटिल हैं, इस कारण इसको पूरा करना अपने आप में एक चुनौती हैं, ऐसे में एक सही Strategy आपको इस परीक्षा में सफलता दिलाने में बहुत मदद करती है।  

आपको अपनी Strategy अपने अनुसार बनानी चाहिए। आप किसी topper की राय पढ़िये/सुनिये, फिर अपने दिमाग से उस राय का विश्लेषण-मूल्यांकन कीजिये और उतनी ही बातें आत्मसात कीजिये जितनी आपको ठीक लगती हैं। आपको किसी टॉपर का अंधा-अनुकरण नहीं करना है। ध्यान रखे की उनकी और आपकी क्षमताएँ, पढ़ने व समझने के तरीके, विषयों की समझ आदि अलग-अलग है। 

आपको UPSC की तैयारी के लिए कम से कम 1 साल तो देना ही चाहिए और आपकी strategy भी इसी अनुरूप होनी चाहिए। 


टाइम टेबल बनाये 

UPSC का सफर एक लंबा सफर है जिसमें सफलता प्राप्त करने के लिए आपको निरंतर सही दिशा में तैयारी करते रहना है। एक सही time table इसमें आपकी बहुत मदद करता है। आपको time table पूरे साल का एक बार में ही न बनाकर एक महीने या एक हफ्ते का बनाना चाहिए। यदि आप छोटे-छोटे लक्ष्य बनाते हो तो आपको बड़े लक्ष्य को पाने में आसानी रहेगी और इस लम्बे सफर में आप motivated भी रहोगे।  


NCERT किताबों से करें शुरुआत 

आपको अपनी तैयारी की शुरुआत NCERT किताबों से करनी चाहिये। यदि आप NCERT किताबों को गहराई से पढ़ते हो तो आप सिविल सेवा परीक्षा का लगभग 25-30 प्रतिशत भाग कवर कर लोगे। NCERT की किताबें सरल भाषा में लिखी हुई है जिससे चीजें आसानी से समझ आ जाती है। NCERT की किताबों से आपका बेसिक मजबूत हो जायेगा और जब आप standard books पढ़ोगे तो उनको समझने में आपको बहुत ज्यादा आसानी होगी। यदि आपको विषय की बेसिक समझ नहीं होगी और आप सीधे ही शुरुआत में standard books पढ़ने लगोगे तो शायद आप उसमें लिखी बातों को सही से समझ न पाओ। 

आपको NCERT की निम्नलिखित कक्षाओं और विषयों की किताबों को अवश्य पढ़ना चाहिए -

भूगोल कक्षा 6 से 12
इतिहास कक्षा 6 से 12
विज्ञान कक्षा 6 से 10
अर्थव्यवस्था कक्षा 9 से 12
राजव्यवस्था कक्षा 11 से 12
सामाजिक-राजनीतिक जीवन कक्षा 6 से 10
  

सही वैकल्पिक विषय चुने 

पूरी UPSC परीक्षा में केवल वैकल्पिक विषय (Optional Subject) ही है, जिसे आप अपने अनुसार चुन सकते है। मुख्य परीक्षा में आपके द्वारा चुने हुए वैकल्पिक विषय के 2 पेपर (कुल 500 अंकों के) लगते है। यदि आप सही वैकल्पिक विषय का चयन करते है और उसकी अच्छे से तैयारी करते है, तो मुख्य परीक्षा में आप बेहतर अंक प्राप्त कर सकते है। 

Read more: UPSC CSE के लिए वैकल्पिक विषयों की सूची 

वैकल्पिक विषय का चयन तैयारी की शुरुआत में ही ना करके कुछ वक्त बाद या कम से कम जब आप लगभग सभी NCERT किताबों को पढ़ ले तब करें क्योंकि NCERT किताबों को पढ़ने के बाद आपको सभी विषयों की एक बेसिक समझ हो जाएगी और आप अपने लिए एक सही वैकल्पिक विषय चुन पाओगे। 

Important Links:


वैकल्पिक विषय चुनने में किन-किन चीजों का ध्यान रखें इसके बारे में विस्तार से जानने के लिए डॉ. विकास दिव्यकीर्ति सर का यह वीडियो देखे -

 


नियमित पढ़ाई करें   

सामान्यतः ऐसा होता है की विद्यार्थी तैयारी की शुरुआत में तो बहुत ज्यादा पढ़ते है और उत्साह से भरे रहते है किन्तु धीरे-धीरे यह उत्साह कम पड़ने लगता है। जैसा की मैंने ऊपर बताया की आपको छोटे-छोटे लक्ष्य निर्धारित करने है और उन्हें पूरा करने का प्रयास करना हैं, इससे जब आप अपने लक्ष्यों को पूरा करोगे तो आपको उत्साह मिलेगा और आप आगे काम करने के लिए motivated रहोगे। 

आपको रोज पढ़ाई करनी है, चाहे 2 घंटे करो या 6 घंटे, मन कर रहा है या नहीं आपको अपने आप को challenge करना है। अगर आप नियमित रूप से कम से कम 21 दिन तक ईमानदारी से पढ़ाई करते हो तो धीरे-धीरे यह आपकी आदत बन जाएगी और आपको पढ़ाई करने में बोरियत महसूस ना होकर मजा आने लगेगा। 


Current Affairs पर नजर रखे 

सिविल सेवा परीक्षा में करंट अफेयर्स का बहुत ही ज्यादा महत्व है। Prelims परीक्षा में आपको Current Affairs से कई प्रश्न देखने को मिल जायेंगे। वहीं मुख्य परीक्षा के उत्तर में यदि आप Current Affairs से कोई news, fact या data को शामिल करते है तो ये आपके उत्तर को और ज्यादा बेहतर बना सकता है। करंट अफेयर्स Interview में भी आपके बहुत काम आयेंगे। 

सबसे पहले, यह ज़रूरी है कि आप सही अख़बारों और पत्रिकाओं को चुनें। इस परीक्षा के लिये सबसे अच्छा अख़बार 'द हिन्दू' माना जाता है पर एक तो वह सिर्फ अंग्रेज़ी में उपलब्ध है, और दूसरे, उसकी भाषा बहुत आसान नहीं है। इसलिये हिंदी माध्यम के विद्यार्थियों को 'द हिन्दू' पढ़ने का दबाव नहीं लेना चाहिये। हाँ, अगर अंग्रेज़ी पर आपकी मज़बूत पकड़ है और 'द हिन्दू' पढ़ने में आप सहज हैं तो आपको निस्संदेह वही पढ़ना चाहिये। उसके अलावा, अंग्रेज़ी में 'इंडियन एक्सप्रेस' और हिंदी में 'हिंदुस्तान' तथा 'दैनिक जागरण' (राष्ट्रीय संस्करण) से भी मदद ली जा सकती है। 

अख़बार पढ़ते हुए दूसरी समस्या यह आती है कि उसमें क्या पढ़ें और क्या छोड़ें? विद्यार्थियों से अपेक्षा की जाती है कि वे सिर्फ राजनीतिक समाचार न पढ़ें बल्कि आर्थिक, सामाजिक, खेल संबंधी और अंतर्राष्ट्रीय समाचार भी पढ़ने और समझने की कोशिश करें। संपादकीय पृष्ठ पर ज़्यादा ध्यान दें।

यदि आपके पास हिंदी और अंग्रेजी दोनों अखबारों को पढ़ने का समय नहीं है तो इसका एक रास्ता हैं की कई ऐसी Sites व YouTube Channels है जो आपको हिंदी व अंग्रेजी दोनों अखबारों से Current Affairs को लेकर देते है। इससे आपका बहुत ज्यादा समय बचेगा और जानकारी भी सही मिलेगी। यदि आप हिंदी माध्यम से है तो आपके लिए Drishti IAS की site और YouTube channel Current Affairs की तैयारी के लिए बेस्ट है।

 IAS क्या हैं?, कार्य, वेतन, योग्यता, Exam Pattern और Syllabus 

Answer Writing को बेहतर करें 

मुख्य परीक्षा को पास करने के लिए जो एक मुख्य गुण चाहिए वह है 'अच्छी लेखन शैली'। लेखन शैली एक दिन या एक महीने में विकसित नहीं होती, इसके लिए समय और अभ्यास चाहिए। NCERT किताबों को पढ़ने के साथ ही आपको अपनी Answer Writing पर भी काम करना शुरू कर देना चाहिए किन्तु ध्यान रखें की आप किसी प्रश्न का सही उत्तर तब ही लिख पाओगे जब आपको उस प्रश्न में पूछे गए topic के बारे में जानकारी होगी। इसलिए पहले सही से पढ़े और फिर छोटे स्तर से Answer Writing की practice करें। 

यहाँ एक बात यह ध्यान रखें की आपको Answer Writing की शुरुआत जो NCERT आप पढ़ रहे हो या पढ़ ली है उसके प्रश्नों से या कहें की UPSC से छोटे स्तर के प्रश्नों से करनी है। यदि आप सीधे ही UPSC स्तर के प्रश्नों से answer writing practice करने लग गए तो तो आप सही से नहीं कर पाओगे और साथ ही आप demotivate भी हो जाओगे। इसलिए सही तरीका यही है की छोटे स्तर से शुरुआत करें और धीरे-धीरे प्रश्नों को कठिनाई बढ़ाते जाए। 

यदि आप कोचिंग करते है तो class में पढ़ाये गए topic से संबंधित प्रश्नों को हल करने का प्रयास करें जिससे वह topic आपको अच्छे से याद भी हो जायेगा।   


Revision करें 

आप कोचिंग कर रहे है या सिर्फ self study, revision बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण है। कोचिंग करने वाले कई लोगों को लगता है की सिर्फ कोचिंग में जो पढ़ लिया है वही काफी है और सिर्फ एक बार कोचिंग में पढ़ने से ही याद हो जायेगा। अगर आप revision नहीं करते हो तो आपके द्वारा पढ़ी हुई चीज केवल कुछ वक्त तक ही याद रहेगी, उसे permanent याद करने के लिए आपको revision करना ही पड़ेगा। 

यदि आपको पढ़ा हुआ याद नहीं रहता है तो, इसका एक आसान इलाज है 'Revision'. आपको किसी topic को याद करने के लिए उसको कम से कम 3 बार Revise करना है जिसमें - 

  1. Daily revision - नया topic/आगे के topic पढ़ने से पहले पीछे का revision 
  2. Weekly revision - हफ्ते भर में पढ़े हुए का हफ्ते के अंत में revision   
  3. Monthly revision - पूरे महीने में पढ़े हुए का महीने के अंत में revision 


Pre+Mains+Interview की तैयारी साथ-साथ करें 

कई विद्यार्थियों को लगता है की मैं पहले Pre की तैयारी कर लेता हूँ, pre पास होने के बाद mains की तैयारी करूँगा, किन्तु तैयारी का यह तरीका बहुत ही गलत है क्योंकि अगर आप सिर्फ pre की तैयारी करते हो और pre पास भी कर लेते हो तो mains की तैयारी के लिए आपको सिर्फ 3 महीनों का ही समय मिलता है जिसमें mains की तैयारी करना संभव नहीं है। 

ऐसे में सही तरीका है की Pre, Mains और Interview की तैयारी साथ की जाए आपको pre परीक्षा से पहले ही mains का कम से कम 60-70% syllabus पूरा कर लेना है या कहे की कम से कम GS-1, GS-2, GS-3, Paper A व B और दोनों Optional Paper (या कम से कम 1 optional पेपर पूरा और दूसरा आधा) की तैयारी कर ली जाए। निबंध और Ethics की तैयारी pre व mains के बीच के 3 महीनों में की जा सकती है। इससे आपको pre के बाद  mains के revision और answer writing के लिए काफी समय मिल जायेगा। 

रही बात इंटरव्यू की तो उसका कोई syllabus नहीं है आपकी mains के लिए की गई तैयारी आपके इंटरव्यू में काम आयेगी। इंटरव्यू के लिए आपको अपने आप को समझना होगा, अपनी अच्छी और बुरी दोनों sides को, अपनी रुचियों, अपने गुणों, अपनी Communication skills आदि को। कहने का मतलब है की इंटरव्यू आपके ज्ञान के साथ आपकी Personality का भी test है। 


PYQs Solve करें 

आपको पिछले वर्षों के UPSC के पेपरों को भी देखना चाहिए और इससे आपको UPSC द्वारा पूछे जाने वाले प्रश्नों की प्रकृति के बारे में idea मिलेगा। ध्यान रखे की तैयारी के बिल्कुल शुरुआत में आपको PYQs को solve करने में अधिक समय नहीं देना है आपको बस पेपरों को पढ़ना है और समझने का प्रयास करना है अगर आपसे एक भी प्रश्न नहीं हो पा रहा है तो भी आपको निराश होने की बिलकुल जरूरत नहीं है। जब आप कुछ महीने पढ़ोगे तब आपको UPSC के वे सवाल जो शुरुआत में कठिन लग रहे थे, बड़े ही आसान लगने लगेंगे बस Trust the process. 

आपको pre व mains के लगभग 5-7 साल के PYQs को solve करना ही चाहिए, इससे आपकी तैयारी और ज्यादा मजबूत हो जाएगी और साथ ही आपको UPSC परीक्षा में आने वाले प्रश्नों का अनुभव मिलेगा। 


Mock Test दें 

आपको अपनी तैयारी को जांचने के लिए mock test जरूर देने चाहिए। mock test देने से आपको अपनी तैयारी के स्तर और उन क्षेत्रों का पता चल जाता है जहाँ आप अच्छे है और दूसरे वे जहाँ आपको अधिक मेहनत करने की जरूरत है। यदि आप कोचिंग जाते है तो आप वहां mock test दे सकते है और यदि आप self study करते है तो Online या Offline mock test दे सकते है, कई coaching ये सुविधा उपलब्ध करवाती है।  


Hobby विकसित करें  

शायद आपको पता हो की मुख्य परीक्षा से पहले आपको एक परीक्षा फॉर्म भरना होता है, जिसमें आपको अपनी रुचियाँ (Hobbies) भी भरनी होती है। आप अपनी hobbies सिर्फ इसलिए ही विकसित ना करें की आपको फॉर्म में भरना है बल्कि इसलिए भी करें ताकि जब कभी आपका पढ़ने का मन ना हो तो आप अपनी पसंद का अन्य काम कर सके, इससे आपका मन भी बहलता रहेगा। 

अब आपके मन में यह सवाल उठ रहा होगा कि आपको कैसी रुचियाँ विकसित करनी चाहिये? इस बारे में प्राथमिक सुझाव यही है कि आपकी जिस कार्य में स्वाभाविक रुचि हो, आप उसी को विकसित करें। अगर आपको क्रिकेट या शतरंज खेलना अच्छा लगता है, या अगर आपका मन कविताएँ और कहानियाँ लिखने में रमता है तो आप इन्हीं रुचियों पर कुछ वक़्त गुज़ारिये। पेंटिंग, नृत्य, पर्यटन, डिबेटिंग, रचनात्मक लेखन, ब्लॉगिंग, योग-ध्यान, साइक्लिंग, फिल्में देखना - आप इनमें से कोई भी या इनसे अलग कोई रुचि अपने स्वभाव के अनुसार तय कर सकते हैं। 


Quantity से ज्यादा Quality पर focus करें 

इसका मतलब है की अधिक संख्या में किताबों को पढ़ने की बजाय कुछ ही किताबों को बहुत ही गहराई से पढ़ना चाहिए। कई बार विद्यार्थी एक ही विषय की ढेर सारी किताबें ले आते है और उन्हें बस पढ़ लेते है पर वे उनसे समझ या याद कुछ नहीं कर पाते है, ऐसे में उनका पैसा और समय दोनों नष्ट होते है। इसके बजाय यदि आप कुछ किताबों को ही बड़ी ही गहराई से पढ़ते है तो वो आपके लिए बहुत ही ज्यादा फायदेमंद साबित होगी, इसलिए भले ही कम पढ़े पर अच्छे से पढ़े। 


अपने आप को किसी से Compare ना करें 

मैंने कई बार ये देखा है की कई नए विद्यार्थी कुछ toppers के interview देखकर और उनकी बातें सुनकर बड़े ही निराश हो जाते है की ये topper तो कितनी अच्छे तरीके से सवालों के जवाब दे रहा है, इसे कितनी ज्यादा knowledge है, ये कितना ज्यादा talented है और हमें तो प्रश्न ही सही से समझ नहीं आता है, जवाब तो दूर की बात है। हमसे UPSC clear नहीं हो पायेगा। कई लोगों के दिमाग में ये बातें आती होगी। 


इन बातों के चक्कर में आप लोग ये भूल जाते है की इस topper ने भी topper बनने के लिए कई सालों की मेहनत की है। आज आप जिस स्टेज में हो वह भी उसी स्टेज में रहा होगा, लेकिन उसकी निरंतर मेहनत उसे इस मुकाम तक ले आयी है। जब आप कुछ महीने/साल निरंतर तैयारी करते रहेंगे तो आप भी उन toppers के जैसे बेहतर तरीके से उत्तर देने में सक्षम होंगे। अपने आप की किसी से तुलना ना करें, इससे आपको बस निराशा ही मिलेगी।


सिविल सेवा परीक्षा Study Material (Hindi Medium)


:: मैं आशा करता हूँ आपको IAS Ki Taiyari Kaise Kare In Hindi लेख पसंद आया होगा और आपको यहाँ से कुछ नया सीखने को मिला होगा। 

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