यदि आप IAS Kaise Bane? सवाल का जवाब खोज रहे हैं तो, इस लेख में आपको इस सवाल का पूरे विस्तार से जवाब मिलेगा। इस लेख में आपको IAS क्या हैं?, एक IAS अधिकारी क्या कार्य करता हैं?, IAS Ki Salary Kitni Hoti Hai?, IAS बनने के लिए क्या योग्यता चाहिए?, IAS परीक्षा का Exam Pattern क्या हैं? और इस परीक्षा का Syllabus क्या हैं? आदि की पूरी जानकारी मिलेगी। इस लेख को पूरा पढ़ने के बाद आपको IAS से सम्बंधित सभी सवालों के जवाब मिल जाएंगे।
IAS अधिकारी बनना कई लोगों का सपना होता हैं। यदि आप भारत के प्रशासन में अपना योगदान देना चाहते हैं तो IAS आपके लिए एक बहुत ही अच्छी Service हो सकती हैं। यह भारतीय प्रशासन के महत्वपूर्ण पदों में से एक हैं और इसमें आपको जिला स्तर से लेकर केंद्र स्तर तक के पद प्राप्त होते हैं। तो चलिए जानते है की एक IAS अधिकारी बनने के लिए आपको क्या-क्या करना होगा।
IAS Kaise Bane |
IAS क्या है? - IAS in Hindi
IAS की full form Indian Administrative Service (भारतीय प्रशासनिक सेवा) हैं। IAS भारतीय प्रशासन का एक महत्वपूर्ण प्रतिष्ठित पद हैं। यह पद भारत की प्रमुख 3 अखिल भारतीय सेवाओं में से एक हैं (IAS, IPS, IFoS). एक IAS अधिकारी की नियुक्ति राज्य व केंद्र सरकार के कई महत्वपूर्ण पदों पर होती हैं। एक IAS अधिकारी की राज्य में जिला अधिकारी (DM) के पद से लेकर केंद्र में कैबिनेट सचिव तक के पद पर नियुक्ति हो सकती हैं।
UPSC (संघ लोक सेवा आयोग) द्वारा आयोजित की जाने वाली CSE (सिविल सेवा परीक्षा) में अच्छी Rank प्राप्त करने वाले उम्मीदवारों को IAS का पद प्राप्त होता हैं। UPSC द्वारा आयोजित करवाई जाने वाली सिविल सेवा परीक्षा द्वारा न केवल IAS बल्कि IPS, IFS, IFoS आदि सहित कई अन्य उच्च पदों पर भी भर्ती की जाती हैं। यदि आपको IAS बनना हैं तो आपको न केवल सिविल सेवा परीक्षा पास करनी होगी बल्कि उसमें अच्छी Rank भी लानी होगी हैं।
IAS अधिकारी के मुख्य कार्य - IAS officer Work In Hindi
आईएएस अधिकारी राज्य व केंद्र सरकार के मध्य एक सेतु का कार्य करता हैं। यह भारतीय नौकरशाही की रीढ़ हैं। एक आईएएस अधिकारी अपनी नियुक्ति और विभागों के आधार पर काम करता हैं। ज्यादातर कार्यों में एक जिला/क्षेत्र/विभाग का प्रशासनिक चार्ज, नीति कार्यान्वयन, नीति निर्माण इत्यादि शामिल होते हैं। यदि कोई IAS अधिकारी प्रतिनियुक्ति (deputation) पर सेवाएँ दे रहा हैं तो उसे Intergovernmental Organisations जैसे IMF, World Bank, UN या उसकी एजेंसियों में भी नियुक्त किया जा सकता हैं।
- Field
- सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम (PSU) या राज्य सचिवालय
- केंद्रीय सचिवालय
IAS अधिकारी की शक्तियां
- आईएएस ऑफिसर जिलाधिकारी के रूप में काफी ज्यादा पावरफुल होता है।
- एक जिलाधिकारी के पास जिले के सभी विभागों की जिम्मेदारी होती है।
- जिलाधिकारी के रूप में वह पुलिस विभाग के साथ-साथ अन्य विभागों का भी मुखिया होता है।
- जिले की पुलिस व्यवस्था की जिम्मेदारी भी जिलाधिकारी के पास ही होती है।
- जिले में निषेधाज्ञा, धारा 144, law and order आदि से जुड़े सभी निर्णय एक DM ही लेता है।
- आक्रामक भीड़ पर कार्रवाई करने या फायरिंग जैसे आर्डर भी DM दे सकता है।
आईएएस अधिकारी की सैलरी - IAS Ki Salary Kitni Hoti Hai?
IAS अधिकारी की प्रतिमाह सैलरी 56,100 (TR, DA और HRA अलग से) से शुरू होकर एक कैबिनेट सेक्रेटरी के लिए 2.5 लाख रुपए तक होती है। इसके अलावा उन्हें रहने के लिए आवास, आधिकारिक वाहन, घरेलू कर्मचारी, सब्सिडी के साथ बिजली, पानी इत्यादि जैसी कई सुविधाएं दी जाती हैं।
IAS अधिकारी के Career की प्रगति
वेतन स्तर | मूल वेतन (INR) | सेवा में आवश्यक वर्षों की संख्या | पद | पद | पद |
---|---|---|---|---|---|
जिला प्रशासन | राज्य सचिवालय | केंद्रीय सचिवालय | |||
10 | 56100 | 1-4 | उप प्रभागीय न्यायाधीश | उप सचिव | सहायक सचिव |
11 | 67,700 | 5-8 | अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट | उप सचिव | सचिव के तहत |
12 | 78,800 | 9-12 | जिला अधिकारी | ज्वाइंट सेक्रेटरी | उप सचिव |
13 | 1,18,500 | 13-16 | जिला अधिकारी | स्पेशल सेक्रेटरी-कम-डायरेक्टर | डायरेक्टर |
14 | 1,44,200 | 16-24 | डिविशनल कमिश्नर | सेक्रेटरी-कम-कमिशनर | ज्वाइंट सेक्रेटरी |
15 | 1,82,200 | 25-30 | डिविशनल कमिश्नर | प्रिंसिपल सेक्रेटरी | एडिशनल सेक्रेटरी |
16 | 2,05,400 | 30-33 | - | एडिशनल चीफ सेक्रेटरी | - |
17 | 2,25,000 | 34-36 | - | चीफ सेक्रेटरी | सेक्रेटरी |
18 | 2,50,000 | 37+ साल | - | - | भारत के कैबिनेट सचिव |
IAS अधिकारी कैसे बनें? - How to become an IAS officer In Hindi
हमने ये तो जान लिया की IAS क्या होता है? इसके कार्य, पद और सैलरी के बारे में जानकारी ले ली हैं। अब बारी आती हैं मुख्य बात की IAS Kaise Bane? तो चलिए जानते हैं की IAS अधिकारी बनने के लिए आपको कौन-कौन से चरणों से गुजरना होगा और उनकी प्रक्रिया क्या होगी।
आईएएस बनने के लिए आपको Union Public Service Commission द्वारा प्रतिवर्ष आयोजित की जाने वाली सिविल सेवा परीक्षा (CSE) को उत्तीर्ण करना होता हैं। चलिए CSE परीक्षा के बारे में विस्तार से जानते हैं।
आईएएस पात्रता मानदंड - UPSC Ke Liye Kya Qualification Chahiye?
IAS बनने के लिए निम्नलिखित योग्यता होना आवश्यक हैं -
आयु सीमा
आईएएस बनने के लिए आपकी आयु कम से 21 वर्ष होनी चाहिए। वहीं विभिन्न वर्गों के लिए अधिकतम आयु सीमा निम्नलिखित हैं -
वर्ग | अधिकतम आयु सीमा |
---|---|
General | 32 |
SC/ST | 37 |
OBC | 35 |
शैक्षिक योग्यता
आईएएस की परीक्षा देने के लिए उम्मीदवार के पास किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविधालय से कम से कम Graduation (स्नातक) की डिग्री होनी चाहिए। यदि उम्मीदवार स्नातक के अंतिम वर्ष में हैं तो भी वह परीक्षा दे सकता हैं। आप चाहे Humanities या Science Background से है या Hindi या English medium से है या BA, MA, Btech, Mtech, CA, Bsc, LLB, BCA, MBA, BBA आदि कोई-सी भी डिग्री आपके पास हैं तो आप ये परीक्षा दे सकते हैं।
Read More: IAS बनने के लिए योग्यताएँ
आईएएस बनने के चरण - Steps to become IAS Officer
- प्रारंभिक परीक्षा (Preliminary Examination)
- मुख्य परीक्षा (Mains Examination
- साक्षात्कार (Interview/Personality Test)
1. प्रारंभिक परीक्षा (Preliminary Examination)
सिविल सेवा परीक्षा का पहला चरण 'प्रारंभिक परीक्षा' कहलाता हैं। इस चरण में 2 पेपर होते हैं -
- सामान्य अध्ययन - I (GS-I)
- सामान्य अध्ययन - II (CSAT)
दोनों पेपरों में वस्तुनिष्ठ (objective) प्रकृति के सवाल पूछे जाते हैं। सामान्य अध्ययन-I पेपर में 200 अंकों के 100 सवाल पूँछें जाते हैं। प्रत्येक सही उत्तर पर 2 अंक दिया जाता हैं तथा 3 उत्तर गलत होने पर एक सही सवाल के बराबर अंक (2) काट लिए जाते हैं।
सामान्य अध्ययन-II पेपर में 200 अंकों के 80 सवाल होते हैं जिसमें प्रत्येक सही उत्तर पर 2.5 अंक प्रदान किया जाता हैं और 3 उत्तर गलत होने पर एक सही उत्तर जितने अंक (2.5) काट लिया जाता हैं।
Paper | सवालों की संख्या | अधिकतम अंक | समय | Negative Marking |
---|---|---|---|---|
GS - I | 100 | 200 | 2 घंटे | ⅓ |
GS - II (CSAT) | 80 | 200 | 2 घंटे | ⅓ |
सामान्य अध्ययन-II (CSAT) एक Qualifying paper होता हैं, जिसके अंक को अंतिम अंकों में शामिल नहीं किया जाता हैं। किन्तु CSAT में उम्मीदवार को कम से कम 33% अंक (लगभग 27 प्रश्न या 66 अंक) लाने होते हैं अन्यथा वह इस परीक्षा में Fail माना जायेगा। Cutoff का निर्धारण केवल सामान्य अध्ययन-I के आधार पर किया जाता हैं।
प्रारंभिक परीक्षा का पाठ्यक्रम - UPSC Prelims Syllabus In Hindi
UPSC (CSE) GS-1 Prelims Syllabus |
---|
1. राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय महत्व की सामयिक घटनाएँ |
2. भारत का इतिहास और भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन |
3. भारत एवं विश्व का भूगोल: भारत एवं विश्व का प्राकृतिक, सामाजिक, आर्थिक भूगोल |
4. भारतीय राज्यतंत्र और शासन - संविधान, राजनीतिक प्रणाली, पंचायती राज, लोकनीति, अधिकारों संबंधी मुद्दे |
5. आर्थिक और सामाजिक विकास - सतत विकास, गरीबी समावेशन, जनसांख्यिकी, सामाजिक क्षेत्र में की गई पहल आदि |
6. पर्यावरणीय पारिस्थितिकी, जैव-विविधता और जलवायु परिवर्तन सम्बन्धी सामान्य मुद्दे, जिनके लिए विषयगत विशेषज्ञता आवश्यक नहीं। |
7. सामान्य विज्ञान |
UPSC (CSE) GS-2 (CSAT) Prelims Syllabus |
---|
1. बोधगम्यता (Comprehension) |
2. संचार कौशल सहित अंतर-वैयक्तिक कौशल |
3. तार्किक कौशल एवं विश्लेषणात्मक क्षमता |
4. निर्णय लेना और समस्या समाधान |
5. सामान्य मानसिक योग्यता |
6. आधारभूत संख्य्यन (संख्याएँ और उनके सम्बन्ध, विस्तार क्रम आदि) (दसवीं कक्षा स्तर) |
7. आँकड़ों का निर्वचन (ग्राफ, चार्ट, तालिका, आँकड़ों की पर्याप्तता आदि - 10वीं कक्षा का स्तर) |
2. मुख्य परीक्षा - Mains Examination
सिविल सेवा परीक्षा का का दूसरा चरण 'मुख्य परीक्षा' हैं, इसमें केवल वहीं उम्मीदवार शामिल हो सकते हैं जिन्होंने प्रारंभिक परीक्षा को पास किया हो।
DAF क्या है? - What Is DAF In Hindi
मुख्य परीक्षा से पहले आपको एक Form भरना होता हैं जिसे Detailed Application Form (DAF) कहा जाता हैं। DAF में आपको अपने बारे में पूरी और सही जानकारी देनी होती हैं, क्योंकि आपका यही Form Interview के समय Interview Panel के Members के पास होता हैं और इसी से वे आपके बारे में basic जानकारी प्राप्त करते हैं। इस form में आपको नाम, पता, Hobby, Service Preferences, Cadre Preferences आदि की जानकारी देनी होती हैं।
मुख्य परीक्षा CSE का एक प्रमुख चरण हैं क्योंकि इसके अंक ही आपकी मेरिट का निर्धारण करते हैं। मुख्य परीक्षा में कुल 9 पेपर होते हैं, जिनमें से केवल 7 पेपरों के अंकों को अंतिम अंकों में शामिल किया जाता हैं और बाकी 2 पेपर (Paper A और Paper B) Qualifying होते हैं जिनमें आपको कम से कम 25% अंक प्राप्त करने होते है।
मुख्य परीक्षा के लिए आपको 1 Optional Subject का चुनाव करना होता हैं, जिसके 2 पेपर लगते हैं। आपका 1 पेपर निबंध का होता हैं तथा 4 पेपर सामान्य अध्ययन (GS) के होते हैं। Paper A और Paper B को छोड़कर बाकी सभी 7 पेपर 250 अंकों के होते हैं।
Paper | Subject | Marks |
---|---|---|
Paper-I | निबंध | 250 |
Paper-II | सामान्य अध्ययन-1 (भारतीय विरासत और संस्कृति, विश्व का इतिहास एवं भूगोल तथा समाज) | 250 |
Paper-III | सामान्य अध्ययन-2 (शासन व्यवस्था, संविधान, राजव्यवस्था, सामाजिक न्याय तथा अंतर्राष्ट्रीय संबंध) | 250 |
Paper-IV | सामान्य अध्ययन-3 (प्रौद्योगिकी, आर्थिक विकास, जैव-विविधता, पर्यावरण, सुरक्षा तथा आपदा-प्रबंध) | 250 |
Paper-V | सामान्य अध्ययन-4 (नीतिशास्त्र, सत्यनिष्ठा और अभिवृति) | 250 |
Paper-VI | वैकल्पिक विषय-1 | 250 |
Paper-VII | वैकल्पिक विषय-2 | 250 |
Paper-A (Qualifying) | अंग्रेजी भाषा | 300 |
Paper-B (Qualifying) | हिंदी या संविधान की 8वीं सूची में शामिल कोई भाषा | 300 |
Total Marks | 1750 |
मुख्य परीक्षा के Syllabus को विस्तार से जानने के लिए ये लेख पढ़े: UPSC मुख्य परीक्षा का नया Syllabus (pdf)
3. साक्षात्कार - Interview/Personality Test
सिविल सेवा परीक्षा का तीसरा चरण हैं 'साक्षात्कार' जिसे Personality Test भी कहा जाता हैं। इसमें उन उम्मीदवारों का जो मुख्य परीक्षा में पास हुए हैं का साक्षात्कार लिया जाता हैं। साक्षात्कार में यह जांचा जाता हैं की उम्मीदवार में सिविल सेवक बनने के लिए आवश्यक योग्यता है या नहीं। यह कुल 275 अंकों का होता हैं।
सिविल सेवा परीक्षा में कुल अंक (मुख्य परीक्षा + साक्षात्कार) 1750+275 = 2025
Read More: UPSC प्रारंभिक व मुख्य परीक्षा का नया Syllabus (pdf)
UPSC परीक्षा पास करने के बाद
सिविल सेवा परीक्षा के तीसरे चरण अर्थात Interview के बाद UPSC Merit List जारी करती हैं और जिन उम्मीदवारों का Merit List में नाम आता हैं उनको Department of Personnel and Training (DoPT) द्वारा Service का आवंटन किया जाता हैं। Service/Post का आवंटन उम्मीदवार द्वारा Merit list में प्राप्त Rank, उम्मीदवार द्वारा दी गई वरीयता (DAF भरते समय), उपलब्ध Posts आदि के आधार पर किया जाता हैं।
Service बाद उम्मीदवार को DoPT द्वारा एक official service allocation letter भेजा जाता हैं। उसके बाद उम्मीदवार लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी (LBSNAA) में Foundation Course के लिए जाता हैं और वहां अपनी Training पूरी करता हैं।