आज के इस लेख मलेशिया की 'सेमांग जनजाति' (Semang Janjati in Hindi) के बारे में पूरी जानकारी विस्तार से दी गयी है।
सेमांग जनजाति का निवास क्षेत्र और वहाँ का भौतिक पर्यावरण
सेमांग, मलेशिया के आदिवासी लोग है जो की देश के आंतरिक पहाड़ी और पर्वतीय भागों में निवास करते है। यहाँ की जलवायु वर्ष भर गर्म और आर्द्र रहती है इस कारण यहां घने विषुवतीय और मानसूनी वन पाए जाते है। मलेशिया के आंतरिक भागों में लगभग 250 cm वर्षा होती है अतः सेमांग क्षेत्र में घनी वनस्पति पैदा होती है।
Semang Janjati के प्रजातीय लक्षण
- सेमांग लोगों का सामान्य रूप-रंग नीग्रो लोगों से मिलता- जुलता है।
- पुरुषों की औसत लम्बाई 1.54 मीटर होती है और स्त्रियों की लम्बाई इससे कम होती है।
- इनकी त्वचा का रंग गहरा भूरा, नाक चौड़ी, मोटे होंठ होते है।
- इनके चेहरे पर दाढ़ी नहीं होती है।
Semang Janjati के भोजन, शिकार और औजार
सेमांग लोग भोजन की आपूर्ति वानस्पतिक भोजन और शिकार से करते है। इनका मुख्य भोज्य पदार्थ 'रतालू' है इसके अलावा ये लोग बेर, गिरीदार फल, पत्तियाँ, टहनियाँ, जड़े आदि भी एकत्रित करते है। भोजन एकत्रित करने का काम मुख्यतः स्त्रियों का है, किंतु पुरुष भी इस कार्य में सहायता करते है। भोजन एकत्रित करने का कार्य प्रतिदिन किया जाता है।
सेमांग लोग कुछ जहरीले फलों का जहर निकालकर भी सेवन करते है। फलों से जहर निकालने के लिए ये लोग कई तरीकों को अपनाते हैं जैसे की फल को आग पर सेंकना, फलों को कूटकर उसका गुदा निकालना और उसमें चूना मिलाकर उबालना आदि।
सेमांग लोग कभी-कभी ही शिकार करते है और ये इनका शिकार सिर्फ छोटे जानवरों तक ही सीमित रहता है। ये लोग चूहों, छिपकलियों, गिलहरियों, पक्षियों, बंदरों, जंगली सूअरों आदि का शिकार करते है। शिकार को पकड़ने के लिए सेमांग लोग कई प्रकार के साधारण व झटकेदार फंदों को लगाते है।
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वहीं औजारों की बात करें तो इनके अधिकांश औजार बांस के बने होते हैं। ये लोग भूमि से रतालू निकालने के लिए नुकीली लकड़ियों का सहारा लेते है तथा इसके अलावा लकड़ी की छड़ियां, धनुष-बाण और भालों, चाकू, चटाई आदि का भी इस्तेमाल करते है। शिकार के लिए ये लोग विष लगे बाणों का इस्तेमाल करते है। आग से मजबूत की गई बांस की फलक का प्रयोग ये लोग साधारण बांस को काटने के लिए करते है।
सेमांग लोगों के वस्त्र
सेमांग लोग आस-पास के जंगलों की वनस्पति से बने वस्त्र पहनते है। स्त्रियाँ और पुरुष दोनों ही लताओं से बनी कंठी और करघनी पहनते हैं। ये लोग वृक्ष की छाल से बनी लंगोट भी पहनते है। स्त्रियां बांस की बनी कंघी का इस्तेमाल करती है।
सेमांग लोगों का सामाजिक और सांस्कृतिक जीवन
- सेमांग लोग न तो खेती करते हैं और न ही कोई पशु पालते है, इनका पूरा जीवन जंगलों पर निर्भर है।
- ये लोग छोटे-छोटे समूहों में निवास करते है।
- ये लोग एक ही स्थान पर अधिक समय तक नहीं टिकते और भोजन की तलाश में घूमते रहते है।
- इन लोगों का अपना एक छोटा-सा पारंपरिक क्षेत्र होता है तथा जिसमें आने वाले मूल्यवान वृक्षों पर ये अपना अधिकार रखते है।
- सेमांग समूह का सबसे वरिष्ठतम व्यक्ति ही शिविर लगाने की जगह का चयन करता है।
- इस जनजाति में पुरुष की आयु 18 वर्ष होने पर विवाह होता है और विवाह के लिए पत्नी का चयन पड़ोसी समूह से किया जाता है।
- विवाह के बाद पुरुष 1-2 वर्षों के लिए पत्नी के सम्बन्धियों के साथ जाकर रहता है, किन्तु बाद में पुनः अपने माता-पिता के पास लौट आता है। Read more »»
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