इस लेख में Naga Janjati/Naga Tribe in Hindi के निवास क्षेत्र, जातियां, वस्त्र, भोजन, उपकरण और औजार, सामाजिक और सांस्कृतिक जीवन के बारे में विस्तार से जानकारी दी गयी हैं।
Table Of Content
- 'नागा' शब्द का अर्थ क्या है?
- नागा जनजाति का निवास क्षेत्र
- नागाओं की बस्तियां
- भोजन
- वस्त्र
- नागा लोगों के उपकरण और हथियार
- अर्थव्यवस्था
- विवाह
- धर्म
- मोरंग क्या है?
- सिर-आखेट
'नागा' शब्द का अर्थ क्या है? - Naga Word Meaning in Hindi
'नागा' शब्द की उत्पत्ति के संबंध में कोई निश्चित जानकारी नहीं हैं तथा मानवशास्त्रियों के इस सम्बन्ध में अलग-अलग मत हैं, जैसे की -
- J.H हटन के अनुसार नागा शब्द का अर्थ हैं - नागा पहाड़ियों के निवासी
- सांस्कृतिक मानवशास्त्रियों के एक वर्ग के अनुसार नागा शब्द से तात्पर्य है - जनसाधारण
- एक अन्य विद्वान गेट (Gait) के अनुसार नागा शब्द की उत्पत्ति लोक/नोक शब्द से हुई है जिसका हिंदी भाषा में अर्थ होता है - लोक/लोग
- ब्रह्मदेश (म्यांमार) के नागाओं में 'नागा' का अर्थ - छिदाए हुए कान वाला होता है।
नागा जाति 'इंडो-मंगोलॉयड' प्रजाति से सम्बंधित है।
नागा जनजाति का निवास क्षेत्र - Naga Tribe Habitat
नागाओं का मुख्य निवास क्षेत्र भारत का उत्तर-पूर्वी राज्य 'नागालैंड' है। इस प्रदेश में 19 प्रमुख नागा जातियां हैं -
19 प्रमुख नागा जातियां |
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ओस |
अंगामी |
चांग |
चाकसांग |
काबुइस |
कचारिस |
खेन-मंगस |
कोनयाक्स |
कुकी |
लोथा |
माओस |
मिकिर |
फोम |
रेंगमा |
संगतामस |
सोमस |
तन्खुल्स |
यामचुमगीर |
जिलिंग |
नागाओं का निवास क्षेत्र नागालैंड पर्वतीय प्रदेश है जिसकी जलवायु 'मानसूनी जलवायु' है, किन्तु तापमान और वर्षा के वितरण में लघु स्तर पर भिन्नता पायी जाती हैं। इस प्रदेश में विभिन्न प्रकार के वन जैसे की शीतोष्ण वन, सदाबहार वन, उष्ण कटिबंधीय सदाबहार वन, पाइन और कोणधारी वन आदि पाए जाते है। यहाँ के निचले भूभागों और तंग घाटियों में बांस काफी अधिक मात्रा में पाए जाते हैं।
नागाओं की बस्तियां
- नागाओं के गांव छोटे और छितरे हुए होते हैं।
- ये अपनी झोपड़ियाँ ढालू पहाड़ियों के शिखर, खडी चट्टानों और तीव्र ढाल पर बनाते हैं।
- मकान की बनावट में जाति से जाति और गांव से गांव में अंतर पाया जाता है।
- मकानों के छप्पर घास अथवा ताड़ के पत्तों से बने होते हैं।
- मकान बनाने में लकड़ी के तख्ते का इस्तेमाल बिल्कुल नहीं किया जाता है।
- मकान की दीवारें और फर्श मजबूत बांस की चटाई से बनाई जाती है।
- मकानों की छत हमेशा तिरछी बनाई जाती है, जिससे की वर्षा का जल शीघ्रता से बह सके।
- गांव के नीचे स्थित जल स्रोत से पानी की आपूर्ति की जाती है।
भोजन - Naga Tribe Food
- नागा लोग उग्र भक्षक के रूप में जाने जाते है।
- वर्जित भोजन को छोड़कर नागा प्रत्येक प्रकार की वस्तुएँ खा सकते है।
- चावल इनका मुख्य भोज्य पदार्थ है।
- गोमांस, शिकार, कुत्ता, मुर्गा, पक्षी, मछली, केकड़ा, भौरें, चीटियां और मकड़ी भी नागाओं के भोजन शामिल किये जाते है।
- कई बार नागा असम के मैदानी भागों में कुत्तों की चोरी के लिए छापा मारते है।
- कुछ नागा जातियों (कोन्याक्स, आओ) में काले कुत्ते का मांस स्वादिष्ट खाद्य माना जाता है।
- अधिकांश नागा जातियों में दूध अथवा दूध से बनी वस्तुएँ आज भी निषिद्ध मानी जाती है।
- नागा लोग मधु (एक प्रकार का पेय) पीना पसंद करते है।
- नागा लोगों में हुक्के द्वारा तम्बाकू व अफीम का सेवन भी व्यापक रूप से किया जाता है।
वस्त्र
- नागा पहाड़ियों की ठंडी और आर्द्र जलवायु में, ये लोग साधारण सफेद पोशाक पहनते है, जिसे स्थानीय भाषा में 'सुबुस' कहा जाता है।
- स्त्रियां कपड़े से बना एक घाघरा पहनती है, इसे वे कमर से लपेटती है।
- कपड़े का रंग एक जाति से दूसरी जाति से भिन्न होता हैं।
- स्त्रियां प्रायः 'सोंगतेम' तथा पुरुष 'लेंगता' पहनते हैं। (एक प्रकार के वस्त्र)
- प्रत्येक नागा जाति का अपनी पसंद का एक रंग होता है जैसे की - अंगामी जाति के लोगों की धोती का रंग नीला होता है, सेमा और लोथा जाति के लोगों की धोती का रंग सफ़ेद व नीले रंग का मिश्रण होता है।
- नागा लोग आभूषण पहनने के बड़ी शौक़ीन होते है।
- स्त्रियां और पुरुष दोनों कान छिदवाते है।
- अब नागाओं की परंपरागत पोशाकों का स्थान आधुनिक पोशाकों ने ले लिया हैं। अब लड़कियों ने स्कर्ट, कुर्ती तथा पुरुषों ने पायजामा और जीन्स पहनना आरम्भ कर दिया है।
नागा लोगों के उपकरण और हथियार
- नागाओं का मुख्य शस्त्र 'डाओ' होता है, जो की आक्रमण, पेड़ों को काटने, वनों की सफाई करने आदि के काम आता हैं। पूर्व में डाओ से ही ये लोग अपने शत्रुओं का सिर काटते थे।
- 'आडी-कमान' (Cross-bow) का इस्तेमाल शिकार करने के लिए किया जाता है।
- नागाओं का दूसरा महत्वपूर्ण शस्त्र 'भाला' होता है।
- लंबी दूरी के शिकार के लिए ये लोग धनुष-बाण का इस्तेमाल करते है।
- बाणों के शीर्ष पर विष लगाकर उन्हें और अधिक घातक बनाया जाता है।
- रक्षात्मक शस्त्रों में ढाल और टोप मुख्य हैं।
- वर्तमान में नागा लोग पशुओं को मारने के लिए बंदूक का इस्तेमाल करने लगे है।
अर्थव्यवस्था - Naga Tribe Economy in Hindi
- नागाओं की अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार कृषि है।
- ये लोग अपने भोजन के लिए अधिकांशतः झूम कृषि और वनों पर निर्भर रहते हैं।
- ये लोग सूअर-पालन भी करते हैं।
- झूमिंग में मिश्रित फसल उत्पन्न करना एक सामान्य प्रथा है।
- नागाओं के अपने विशिष्ट हस्तशिल्प हैं, इन लोगों को बांस, लकड़ी के काम, लोहे और मिट्टी के बर्तन बनाने में कुशलता प्राप्त है।
- ये लोग बांस से चटाई, ढाल, टोकरी आदि बनाते है।
- वर्तमान में सरकार द्वारा नागाओं को रेशम पालन, मत्स्य पालन, सूअर पालन, लघु-उद्योगों की स्थापना आदि का प्रशिक्षण दिया जा रहा हैं ताकि जनजातीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा दिया जा सकता है।
विवाह
- नागाओं में विवाह लड़का और लड़की दोनों की स्वीकृति से होता है।
- नागाओं में लड़कियों को भगाकर विवाह करने की परंपरा है।
- ये बहिर्विवाही होते है और इन लोगों में अन्तः समुदाय विवाह नहीं होते हैं।
धर्म - Naga Tribe Religion
पिछले 150 वर्षों में ईसाई धर्म प्रचारकों ने अधिकांश नागाओं को ईसाई धर्म में धर्मांतरित कर लिया है। नागाओं की न तो पूजा की कोई मूर्ति है और न ही ये मूर्ति पूजा में विश्वास रखते है।
यद्यपि ये निष्ठा से ईसाई है, किन्तु फिर भी अपने पुराने जनजाति धर्म की कुछ पुरानी प्रथाएं मानते है।
मोरंग क्या है?
नागाओं के प्रत्येक गांव में एक विशाल शयनगृह होता हैं, जिसे मोरंग कहा जाता है। इसमें सभी अविवाहित युवक रात्रि में विश्राम करते है। वास्तव में ये एक क्लब होता है और ग्रामीणों की सांस्कृतिक गतिविधियों का केंद्र होता है।
सिर-आखेट - Head Hunting
नागा लोगों के साथ प्रायः सिर के शिकार को जोड़ा जाता है। प्राचीन समय में यह प्रथा नागाओं में प्रचलित थी। किन्तु आधुनिक नागा युवक प्रबुद्ध होते हैं और ये सिर के शिकार से घृणा करने लगे हैं।
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